रिपोर्ट – योगेश पाठक, पिथौरागढ़ समाचार।
पिथौरागढ़। राज्य आंदोलन की लड़ाई लड़ चुके राज्य आंदोलनकारी बनने से वंचित आंदोलनकारी बीते पाँच दिन से रामलीला मैदान मे धरना दे रहे हैं।उनका कहना है पूर्व मे जिस प्रक्रिया के तहत राज्य आंदोलनकारी घोषित किया जाता था उसी प्रक्रिया के तहत वंचित आंदोलनकारियों को भी शामिल किया जाए। इस आंदोलन मे भाजपा, कांग्रेस के साथ अन्य दल भी शामिल है। पूर्व मे मुख्यमंत्री हरीश धामी ने घोषणा की थी कि छूटे आंदोलनकारियों को भी शामिल किया जाएगा उसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। दिनेश जोशी का कहना है पूर्व की तरह हमें भी आंदोलनकारी घोषित किया जाए जिसके लिए हम मुख्यमंत्री से भी जल्दी मिलने वाले है। अगर हमे आंदोलनकारी घोषित नहीं किया जाता तो हम उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन, प्रशासन की होगी। गोविंद बोरा का कहना है 21 वर्ष राज्य को बने हो गए है,पर जिन लोगों ने लाठी, डंडे खाए वो आज भी राज्य आंदोलनकारी बनने से वंचित है। हम कह रहै है बैठक की जाए और वरिष्ठ आंदोलनकारी ये कहते है ये राज्य आंदोलन मे शामिल थे तो उन्हें आंदोलनकारी घोषित किया जाए।