स्वामी ललित राम महाराज के मुताबिक इस बार भोलेनाथ का प्रिय ब्रह्मकमल समय से पहले ही खिल गया, उन्होंने बताया कि यह पुष्प सावन में ही खिलता है। ब्रह्मकमल स्वामी ललित राम महाराज के बगीचे में खिला है बता दे कि ललित महाराज पूरे वर्षभर केदारनाथ में ही रहकर भोले बाबा की पूजा करते हैं और वो इस ब्रह्मकमल को भोले शंकर के चरणों में अर्पित करेंगे। अमूमन केदारनाथ की ऊंची पहाड़ियों में जुलाई-अगस्त में ब्रह्मकमल खिलता है। इधर केदारनाथ धाम की यात्रा पर लगातार तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। यहां बड़ी संख्या में यात्री सीतापुर और सोनप्रयाग पहुंचे। सांय चार बजे तक सोनप्रयाग से 14420 तीर्थयात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया।
हालांकि इसके बाद भी यात्री केदारनाथ जाने की जिद करते रहे किंतु केदारनाथ और पैदल मार्ग में पड़ावों की क्षमता के मुताबिक यात्रियों की आवाजाही कराई जा रही है। इधर, केदारनाथ पैदल मार्ग और धाम में इस बार मौसम यात्रियों की परेशानियां बढ़ा रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण यहां ठंड अधिक हो रही है। प्रशासन ने यात्रियों से पर्याप्त गरम कपड़ों व पूरी तैयारी के साथ केदारनाथ आने का आग्रह किया है।