जिला मुख्यालय के रामलीला मैदान में आयोजित पीएम संवाद कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं अधिकारी, कर्मचारी कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे। सभी को उम्मीद थी कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी सीमांत के लोगों से सीधा संवाद करेंगे। लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी। पीएम मोदी ने सीमांत जनपद के साथ ही उत्तराखंड के किसी भी व्यक्ति से संवाद नहीं किया। मायूस होकर लोग घर लौटे। हालांकि वहां मौजूद जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने उत्कृष्ट किसानों व स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया।
मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान में सीएम संवाद कार्यक्रम की पूरी तैयारी की गई। सुबह से ही लोगों का वहां पहुंचना शुरू हो गया। बढ़ी संख्या में लोग सीएम से संवाद करने व उनकी बातें सुनने यहां पहुंचे और चिलचिताती धूम में इंतजार करते रहे। जनपद से जल जीवन मिशन, उद्योग विभाग, बाल विकास, पीएम आवास सहित अन्य योजनाओं के 15 से अधिक चुनिंदा लाभार्थियों से पीएम का संवाद तय था। लोगों को उम्मीद थी कि पीएम उनसे बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाएंगे। लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी। सीमांत के साथ ही उत्तराखंड से किसी भी लाभार्थी से पीएम की बात नहीं हो सकी और उन्हें मायूस होकर घर लौटना पड़ा।