देहरादून। मसूरी एमपीजी कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर छात्र संघ और छात्रों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। बता दें मसूरी एमपीजी कॉलेज में मेरठ से प्रोफेसर को प्राचार्य के पद पर नियुक्त किया जा रहा है। जिसको लेकर कालेज प्रबंधन समिति द्वारा सभी कार्यवाही कर कुलपति को अनुमोदन के लिये भेजा गया है, जिसका छात्रों द्वारा विरोध किया जा रहा है। मसूरी में छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस पवार और छात्र नेता अमित पवार के नेतृत्व में छात्रों ने कॉलेज के गेट के बाहर कालेज प्रबंधन समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की प्राचार्य की हो रही नियुक्ति पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि उत्तराखंड में जिस तरीके से नियुक्ति में धांधली चल रही है उसी तरीके से मसूरी एमपीजी कॉलेज में भी प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर बडी धांधली की गई है। उन्होंने कहा कि मसूरी एमपीजी कॉलेज में भी परिवारवाद की राजनीति की जा रही है और बाहरी व्यक्ति को मसूरी एमपीजी कॉलेज का प्राचार्य बनाया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसे प्रोफेसर और शिक्षक हैं जो कालेज के प्राचार्य बन सकते हैं परंतु परिवारवाद की राजनीति करते हुए पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता जो कॉलेज प्रबंधन के अध्यक्ष भी है उनके द्वारा अपने निजी रिश्तेदार को कॉलेज का प्राचार्य बनाया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कुलपति से मांग की है कि मसूरी एमपीजी कॉलेज में प्राचार्य को लेकर हो रही नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से रोका जाए और नियम अनुसार उत्तराखंड के निवासी को ही प्राचार्य पद पर नियुक्त किया जाये। उन्होंने कहा कि अगर प्राचार्य की नियुक्ति पर रोक नहीं लगती है तो वह इसको लेकर उग्र आंदोलन करेंगे।