धारचूला (नीरज मेहता)। दारमा घाटी के सोन निवासी आईटीबीपी में तैनात कमांडेट रतन सिंह सोनाल ने अपने एक साथी आईटीबीपी के उपसेनानी अनूप नेगी के साथ 25 सितंबर के सुबह 7:30 बजे दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत नेपाल गोरखा आँचल के मनासलू पर्वत (8163 मीटर) में भारत माता के जयकारे के साथ देश का तिरंगा और आईटीबीपी का झंडा बड़े शान से फहराया। सफल होने पर चोटी में उन्होंने भारत माता,आईटीबीपी और जयकारे के साथ अपने परिजनों, रं कल्याण संस्था सहित सभी शुभचिंतको का आभार प्रकट किया।इनके इस सफलता पर आईटीबीपी और सीमान्त के लोगो मे खुशी की लहर छायी है। बेस कैंप से फोन में कमांडेट रतन सिंह सोनाल ने बताया कि 7 सितंबर को अभियान में आईटीबीपी के दो लोग और अन्य देशों के पर्वतारोही ने शुरू किया था। 25 सितंबर को आईटीबीपी के दो लोग सहित अन्य देश के 6 पर्वतारोही ने सफलता प्राप्त की।बता दे प्रसिद्ध पर्वतारोही रतन सिंह सोनाल की ये चौथी 8 हजार मीटर से ज्यादे वाले पर्वत की सफल आरोहण है। इससे पूर्व में प्रसिद्ध पर्वतारोही रतन सिंह सोनाल ने माउंट एवरेस्ट, संतोपथ, मुकुट,ससेरकंगरी, प्लेटो,और नन्दादेवी ईस्ट आदि शिखर का सफल आरोहण कर चुके हैं। साथ ही 2019 में नन्दादेवी रेस्क्यू में ब्रिटेन के विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोही मार्टिन मोरेन के 7 पर्वतारोही साथी की डेडबॉडी और 4 पर्वतारोही को हेलीकॉप्टर से सफल रेस्कयू आदि कार्य कर चुके हैं। रतन सिंह सोनाल की सफलता पर रं कल्याण संस्था के केंद्रीय मुख्य संरक्षक नृप नपलच्याल,अध्यक्ष बिशन बोनाल, सामाजिक कार्यकर्ती शकुंतला दताल और छोरी देवी सहित सभी सीमान्त वासियो ने शुभकामनाएं दी।