पिथौरागढ़ के सीमांत में मौसम में बदलाव से बीमारी का प्रकोप भी बढ़ गया है। बदले मौसम के मिजाज ने छोटे बच्चों से लेकर बड़ों को बीमार बना दिया है। बच्चों के साथ ही बुजुर्ग भी टायफाइड, पीलिया जैसी बीमार से जूझ रहे हैं। जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग इन रोगों से ग्रस्त होकर इलाज को पहुंच रहे हैं। रोगियों की बढ़ती संख्या के बाद हालात यह हैं कि भर्ती होने के लिए वार्ड में जगह तक नहीं मिल रही। कुछ बरामदे में रहकर इलाज करवा रहे हैं तो कुछ चिकित्सक के परामर्श पर घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
जिले का सबसे बड़ा बीडी पांडे जिला अस्पताल इन दिनों रोगियों के दबाव से जूझ रहा है। दरअसल जिले भर में इन दिनों टायफाइड और पीलिया का प्रकोप बढ़ गया है, जिसकी चपेट में आकर लोग बीमार हो रहे हैं। सोमवार को आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने जिला अस्पताल की पड़ताल की। इस दौरान पर्ची काउंटर से लेकर ओपीडी कक्ष के बाहर लोगों की खासी भीड़ नजर आई। फीजिशियन, बाल रोग, सर्जन, पैथोलॉजी लैब कक्ष के बाहर रोगियों की कतार लगी रही। एक बजे तक 700 से अधिक पर्चे कटने के बाद भी बढ़ी संख्या में लोग लाइन में लगे रहे। चिकित्सकों ने बताया कि बदलते मौसम से इन दिनों टायफाइड, पीलिया के मामले अधिक सामने आ रहे हैं। उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने को कहा है।
जिला अस्पताल में रोगियों के बढ़ते दवाब के कारण उन्हें वार्ड में भी जगह नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि 120 बैड के जिला अस्पताल में इस समय 140 से अधिक रोगी भर्ती है। मजबूरन रोगियों को बरामदे में भर्ती कर अस्पताल प्रबंधन उनका इलाज कर रहा है। रोजाना बढ़ रही रोगियों की संख्या के बाद अस्पताल प्रबंधन के लिए भी उनका इलाज करना चुनौती बन गया है। बढ़ते मौसमी रोगों के कारण इन दिनों अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। स्थिति यह है कि ओपीडी के निर्धारित समय से पहले ही लोग कतार लगाकर कक्ष के बाहर खड़े हो रहे हैं। भीड़ अधिक होने से रोगियों को अपनी बारी के लिए एक-एक घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है।