गुरुवार को करीब 9 बजे नगर पालिका, झील विकास प्राधिकरण,बिजली विभाग, राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम बारापत्थर क्षेत्र पहुंची। जिसके बाद मजदूरों ने अवैध निर्माण को हटाना शुरू किया। मौके पर बुलडोजर की भी मदद ली गयी। टिफिन टॉप और लैंड्स एंड जाने वाले रास्ते पर बने अवैध घोड़ा स्टैंड के टीन शेड को जेसीबी की मदद से हटाया गया। इससे पहले घोड़ा संचालको ने अपना सामान निकाल लिया था। नैनीताल में अतिक्रमण का अब तक कि ये सबसे बड़ा ध्वस्तीकरण माना जा रहा है जो कुमाऊं कमिश्नर के निर्देश पर हटाया गया। प्रशासन ने बताया कि घोड़ा संचालको को पहले भी चेतावनी दी गयी थी लेकिन किसी ने भी जिला प्रशासन की बात नही मानी। अतिक्रमण हटाने के लिए कुमाऊं कमिश्नर ने 3 दिन का समय दिया था। इन तीन दिनों में अवैध कब्जा धारकों ने अपना ज़रूरी सामान हटा लिया। ध्वस्तीकरण के दौरान सुरक्षा पुलिस बल मौके पर तैनात थी हालांकि किसी ने कार्रवाई का विरोध नही कर रहा था।
इस मौके पर एसडीएम प्रतीक जैन,प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय,ऑफिसर संदीप नेगी इत्यादि अधिकारी मौजूद रहे।