पिथौरागढ़। एलटी संवर्ग की अनिवार्य स्थानांतरण पात्रता सूची में विसंगतियां होने पर शिक्षकों ने नाराजगी प्रकट की है। उनका कहना है कि पात्रता सूची में ऐसे शिक्षकों को भी शामिल कर दिया है जो 55 वर्ष से अधिक उम्र के हैं जो दुर्गम में ही सेेवा देना चाहते हैं। उन्हें जबरन सुगम में भेजा जा रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि इससे पूर्व वर्ष 2019 में एलटी संवर्ग में स्थानांतरण हुए थे। तब कई शिक्षकों ने सुगम में जाने से मना कर दुर्गम में ही सेवा देने की बात कही थी। शासन ने शासनादेश जारी कर ऐसे शिक्षकों के सामने शर्त रखी कि आप दुर्गम में ही सेवा दो लेकिन आगामी पांच साल तक उनका स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। पांच वर्ष पूरे नहीं हुए हैं इसके बाद भी ऐसे शिक्षकों को पात्रता सूची में शामिल कर दिया है।
राजकीय शिक्षक संघ पिथौरागढ़ की जिला कार्यकारिणी ने शिक्षा विभाग की ओर से जारी एलटी संवर्ग की अनिवार्य स्थानांतरण पात्रता सूची में तमाम विसंगतियां होने पर गहरी नाराजगी प्रकट की है। पदाधिकारियों का कहना है कि दुर्गम में ही सेवा करने के इच्छुक वर्ष 2019 में स्थानांतरण कर चुके हैं और 55 वर्ष से अधिक उम्र के शिक्षकों के नाम भी पात्रता सूची में शामिल हैं, जो कि स्थानांतरण एक्ट के प्रावधानों के विपरीत है।
कार्यकारिणी ने विभाग से विसंगतियों को दूर करने के बाद अंतिम स्थानांतरण सूची जारी करने की मांग की है। इस संबंध में संघ के जिलाध्यक्ष गोविंद भंडारी के नेतृत्व में डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल से मुलाकात कर उन्हें विसंगतियां बताईं। विधायक ने उन्हें विभागीय और शासन स्तर पर विसंगतियों को दूर कराने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि बिना प्रतिस्थानी के पर्वतीय क्षेत्रों से शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं होने दिए जाएंगे। इस अवसर पर जिलामंत्री प्रवीण रावल, उपाध्यक्ष सीबीएस कन्याल, निरंजना पांडेय, भाष्करानंद जोशी, विक्रम दिगारी, रेनू कुंवर, मोहित बिष्ट, मनोज पांडेय, गंगा पंत, किशोर शाह, हरिदत्त पुजारी, दिनेश ओझा आदि शामिल रहे।
उन्होंने कहा कि बिना प्रतिस्थानी के पर्वतीय क्षेत्रों से शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं होने दिए जाएंगे। इस अवसर पर जिलामंत्री प्रवीण रावल, उपाध्यक्ष सीबीएस कन्याल, निरंजना पांडेय, भाष्करानंद जोशी, विक्रम दिगारी, रेनू कुंवर, मोहित बिष्ट, मनोज पांडेय, गंगा पंत, किशोर शाह, हरिदत्त पुजारी, दिनेश ओझा आदि शामिल रहे।