पिथौरागढ,धारचूला और मुनस्यारी में दोपहर बाद मौसम ने करवट बदल ली। इस दौरान जहां उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी हुई वहीं निचले इलाकों में बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली। बारिश से जंगलों की आग भी काफी हद तक काबू में आ गई है।
जिला मुख्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों में सुबह धूप खिली। दोपहर बाद अचानक आसमान बादलों से घिर गया। शाम चार बजे के बाद तेज गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के चलते बाजार में खरीदारी के लिए आए लोगों ने घरों की दौड़ लगाई। उधर व्यास और दारमा घाटी के उच्च हिमालयी गांवों में बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। मंगलवार को सुबह से तेज हवाएं चलती रहीं। दोपहर बाद से ही दारमा और व्यास घाटी के गांवों में बर्फबारी जारी है। ग्राम दांतू के होम स्टे संचालक हितेश दताल ने बताया कि दोपहर 12 बजे से दारमा के 14 गांवों में बर्फबारी जारी है। पंचाचूली दर्शन के लिए आए यात्रियों ने बर्फबारी में जमकर मस्ती की। नाबी निवासी लखन नबियाल ने बताया कि व्यास घाटी के सातों गांवों में बर्फबारी होने से ठंड काफी बढ़ गई है। मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पंचाचूली, हंसलिंग, राजरंभा और छिपलाकेदार में बर्फबारी जबकि निचले इलाकों में बारिश हुई। लंबे समय बाद हुई बारिश से वन विभाग को काफी राहत मिली है। सीमांत जिले के जंगल चारों और आग से धधक रहे थे। वातावरण में धुंध छा गई थी। बारिश से आग पर काफी हद तक नियंत्रण हो गया है और धुंध छट गई है।