गौरव उपाध्याय, पिथौरागढ़ समाचार।
चौपखिया। सोर घाटी के ऐतिहासिक चौपखिया मेले मे चौमू देव मंदिर मे माँ भगवती, चौमूं देवता का डोला उठा, मंदिर परिसर से तीन किलोमीटर दूर से स्थानीय ग्रामीणों के साथ दूरदराज से आने वाले भक्त रियांसी गांव से कंधों पर डोला मंदिर परिसर मे जयकारों के साथ लाते है। पूरे रास्ते मे श्रद्बालु डोलों पर फूल, अक्षत भेंट चढा़कर आर्शीवाद लेते है। सोर घाटी का यह मेला प्रत्येक वर्ष नवरात्र की नवमी के दिन होता है, साथ ही सोर घाटी मे देव डोले उठाने का ये अंतिम आयोजन होता है। मुख्य पुजारी तारा दत्त जोशी ने बताया मेला पूरे नवरात्र मे चलता है, नवमी के दिन हवन व डोले उठने से मेले का समापन होता है। यह आयोजन पाँच सौ वर्ष पुराना है। चौमूं बाबा का मंदिर है ये शिव के रुप है, शिव के सात भाई है दूसरे पंचेश्वर मे है नेपाल मे है, यंहा पर दूरदराज से दुकानदार आकर दुकान भी लगाते है।
नंदा सिंह बिष्ट ने बताया चोमू देवता का मंदिर चौपखिया मे है, क्षेत्र की सुख समृद्धि रक्षा के लिए नवरात्रि मे असौ ज महिने के बाद होता है। यंहा पर कृषि के औजारों के साथ अन्य सामान की दुकान भी लगती है। कोरोना की वजह से पिछले साल प्रतिकात्मक रुप मे डोला बाबा का उठाया था।