पिथौरागढ़. उत्तराखंड को देवभूमि के साथ वीर सैनिकों की भूमि भी कहा जाता है. यहां के सैनिकों ने अपने अद्भुत साहस से दुश्मनों को दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर किया है. कारगिल विजय दिवस पर जब-जब भारत-पाकिस्तान युद्ध का जिक्र होता है, तो उत्तराखंड के वीर शहीद सैनिकों का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. कारगिल के युद्ध में उत्तराखंड के 75 जवानों ने अपने साहस का परिचय देते हुए देश के लिए शहादत दी थी. सीमांत जिले पिथौरागढ़ में कारगिल विजय दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया.
कारगिल विजय दिवस पूरे देश में पूरे जोश के साथ मनाया जाता है. सीमांत जिला पिथौरागढ़ जहां हर घर से सैनिक देश सेवा में है, यहां कारगिल विजय दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें कारगिल युद्ध में शहीद हुए पिथौरागढ़ के चार वीर सैनिकों को याद कर उनके परिजनों को सम्मानित किया गया. पूर्व सैनिक संगठन ने वृक्षारोपण कर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की.