गौरव उपाध्याय पिथौरागढ़ समाचार।
पिथौरागढ़। सींमात जनपद के धारचूला तहसील के लोगों ने मांग की है चीन-नेपाल सीमा से लगे गुंजी, नाभी गांवों का विकास किया जाए, स्थानीय नागरिकों का कहना है हम सीमा के अवैतनिक प्रहरी है। कैलाश मानसरोवर का प्रवेश द्बार होने के साथ ही पुराना कैलाश जिसे आदि कैलाश कहा जाता है। इस क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाए। स्थानीय पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक नबियाल ने बताया 1962 मे भारत चीन युद्ब के दौरान हमारे लोगों ने तवाघाट से सेना के सामान को ढोया था, हमारी माता-बहनों ने अपना जेवर भारत सरकार को दिया था आजादी के इतने सालों बाद भी हमें कोई सुविधा नहीं मिली नाभी के बेरोजगारों ने यंहा पर होम स्टे शुरू किया, रंग समाज के लोगों ने अतिथि देवो पंरपरा की शुरू की है। यंहा पर बिजली, संचार की सुविधाएं नहीं है। हमारे पास गैस तक की सुविधा नहीं है। अगर गैस की सुविधाएं हमें मिलती तो हमारे लोग जंगल नहीं काटते और पर्यावरण का भी संरक्षण होता। पर्यटन के लिहाज से क्षेत्र का विकास होना चाहिए।