पिथौरागढ़। बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिथौरागढ़ जिले के दौरे पर है। जहा सीएम धामी अपने पैतृक गांव हड़खोला गए जहाँ उनका स्थानीय लोगों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इसी कड़ी में अपार काली और गोरी नदी के संगम में होने वाले अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेले का रविवार को विधिवत उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। यह मेला 10 दिनों तक चलेगा। उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जौलजीबी मेला दोनों मुल्कों की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। ये मेला सीमांत में रहने वाली जनजातियों की आय का मुख्य साधन भी है और भारत-नेपाल के रिश्तों में पुल का काम करता है। मेले में विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
पिछले साल कोरोना महामारी के चलते जौलजीबी व्यापार मेले का आयोजन नहीं हो पाया था। इस व्यापारिक मेले का आगाज 1871 में एक धार्मिक मेले के बतौर हुआ था। कहा जाता है कि अस्कोट रियासत के राजा पुष्कर पाल ने जौलजीबी में ज्वालेश्वर महादेव के मंदिर की स्थापना की थी और तभी से यहां धार्मिक मेले का आगाज़ हुआ जो आज एक अंतररार्ष्ट्रीय व्यापारिक मेले में बदल गया है। इस व्यापारिक मेले में भारत-नेपाल और तिब्बत के व्यापारी आया करते हैं।