पिथौरागढ़। सीमांत जिले में मेडिकल कॉलेज के जल्द शुरू होने की उम्मीद नहीं है। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया चल रही है। तीन बार निरस्त होने के बाद निविदा नए सिरे से उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम के चीफ के पास भेजने की तैयारी की जा रही है। वित्तीय स्वीकृति मिलने पर ही कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा।
पिथौरागढ़ में वर्ष 2016 में मेडिकल कॉलेज को स्वीकृति मिली थी। इसके लिए 455 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। 76 करोड़ रुपये अवमुक्त भी हो गए थे। साथ ही नगर से आठ किमी दूर 25 एकड़ भूमि का चयन किया गया जिसके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने वर्ष 2017 में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। सरकार बदलने के बाद मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य ठंडे बस्ते में चला गया।
वर्ष 2020 से 2021 तक तीन बार मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन हर बार निविदा प्रक्रिया निरस्त हो गई। वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से हल्द्वानी से मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। 15 नवंबर 2022 को राज्य सरकार ने निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था केंद्रीय एजेंसी एनपीसीसी को बदलकर उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम को कार्यदायी संस्था बनाया जिसके बाद चौथी बार निविदा प्रक्रिया शुरू की गई।
मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए निविदा उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम चीफ को भेजी जानी है। वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। -डॉ. अरविंद बरनौलिया, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़।