टिहरी। अंतराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष्य में ग्रामीण क्षेत्र विकास समिति द्वारा बौराडी अस्पताल मे दिव्यांग जनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्था के प्रमुख सुशील बहुगुणा ने कहा कि किसी बीमारी व जन्म के समय उचित देखभाल न होने के कारण जो शरीर मे विकृति आ जाती है वह दिव्यांगता कहलाती है। यह न तो कोई अभिशाप है और न ही पूर्व जन्मों का प्रतिफल है। आज के समय मे इस शारीरिक व मानसिक कमी को आवश्यक उपकरणों व चिकित्सा से दूर किया जा सकता है और शरीर की दिव्यंगता को दूर किया जा सकता है। इस हेतु राड्स के द्वारा जनपद टिहरी में वर्ष 2002 से जनपद में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र चलाया जा रहा है जिसमें सभी दिव्यांगता से ग्रस्त व्यक्तियों को आवश्यक सामग्री व उपकरण उपलब्ध कराया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस पर दो लोगों को कान की मशीन व 1 को वैशाखी छड़ी उपलब्ध कराया गया। सरोप सिंह चामी जो दिव्यांग हैं को बैंक के माध्यम से डेयरी हेतु एक लाख का ऋण यूनियन बैंक से उपलब्ध कराया गया, जिसके लिए उनके द्वारा सुशील बहुगुणा का धन्यवाद दिया गया। नत्थी सिंह तिनवाल गांव को भी सिलाई सेंटर हेतु एक लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया। परशुराम डबराल को कृत्रिम पैर व डेयरी हेतू एक लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम मे सभी दिव्यांग जनों के द्वारा अपने अपने विचार रखते हुए आयोजकों का व सुशील बहुगुणा का धन्यवाद दिया गया।