पिथौराढ़। प्रदेश में कड़ाके की ठण्ड शुरू हो गयी है, पहाड़ी इलाकों में पाला गिर रहा है जबकि मैदान में कोहरे के चलते जिंदगी की रफ्तार थम सी गयी है। पिथौरागढ़ की बात करें तो यहां मुनस्यारी, धारचूला की व्यास एवं दारमा घाटियों में ठंड के कारण नलों और झरनों में पानी जमने लगा है। निचले इलाकों में पाला गिरने के कारण सुबह-शाम हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। इसके बावजूद लोगों को राहत देने के लिए कहीं भी अलाव नहीं जलाए गए हैं। मुनस्यारी नगर और आसपास के गांवों के साथ ही धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित व्यास, दारमा घाटियों में दिसंबर, जनवरी में तापमान शून्य से माइनस 15 डिग्री तक नीचे चला जाता है। धारचूला की व्यास, दारमा घाटियों में अधिक बर्फबारी होने के कारण अधिकतर परिवार धारचूला लौट रहे हैं। हिमालय की सर्द हवाएं चलने से पूरे जिले में ठिठुरन बढ़ रही है। सुबह-शाम जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के साथ ही घाटी वाले क्षेत्रों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हालांकि दिन में तेज धूप निकलने से राहत मिल रही है लेकिन सुबह-शाम काफी ठंड है। ठंड से बचाव के लिए लोगों को अलाव या हीटर जलाने पड़ रहे हैं।