पिथौरागढ़। यहां बस स्टेशन पर सेवानिवृत्त ईपीएफ-95 पेंशनर्स संघर्ष समिति की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान पेंशन बढ़ोत्तरी को लेकर मंथन किया गया। बैठक में कहा गया कि अगर उनके अधिकारों की अनदेखी की गयी तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा। जगदीश बोरा की अध्यक्षता में हुई सभा में मुख्य अतिथि उत्तराखंड राष्ट्रीय संघर्ष समिति के महासचिव सुरेश डंगवाल ने राष्ट्रीय स्तर पर एनएसी की ओर से 159 विभागों के लगभग 67 लाख सेवानिवृत्तों के भविष्य से जुड़े पेंशन वृद्धि के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। बताया कि राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी दो बार प्रधानमंत्री से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन ईपीएफओ के उपेक्षा पूर्ण रवैये के कारण केंद्र सरकार ने देश के इन वरिष्ठ नागरिकों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है जबकि इन वृद्ध साथियों ने अपने 30, 35 साल के सेवाकाल में वेतन से प्रति माह पेंशन फंड में 450-517-1250 का योगदान देकर देश के विकास में योगदान किया। इसके लिए उन्हें बुढ़ापे में 500 से 3000 रुपये तक पेंशन मिल रही है।
Narendra Singh
संपादक