पिथौरागढ़। पंचेश्वर बांध परियोजना को रद्द करने की मांग को लेकर महाकाली की आवाज जनसंगठन ने एडीएम के माध्यम से भारत सरकार को पत्र भेजा। इससे पहले शनिवार को संगठन के लोग संयोजक शंकर खड़ायत के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे। पत्र में आरोप लगाया कि जब से बांध प्रस्तावित हुआ है तब से सीमांत क्षेत्र में विकास कार्य ठप हो गए हैं और लोग गांव छोड़कर जा रहे हैं। कहा कि प्रस्तावित बांध से संभावित डूब क्षेत्र की सुगबुगाहट पिछली तीन पीढ़ियां सुनती आ रही है। कभी-कभार कुछ गतिविधियां होते हुए भी देखने को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में आई आपदा के बाद भी विशाल बांध को बनाने के लिए पहाड़ों पर टनल बना नदियों का रुख मोड़ा जा रहा है जो भविष्य के लिए घातक साबित होगा। आरोप लगाया कि वर्तमान में मुख्य नदियों, सहायक नदियों, गधेरों से आ रही आपदा से बचाने के लिए कोई कार्य नहीं किया गया है। पंचेश्वर डूब क्षेत्र होने के कारण यहां कच्ची योजनाएं प्रस्तावित की जा रही हैं। संभावित डूब क्षेत्र में ऊपर नदियों पर तटबंध पक्के बनाए जा रहे हैं। उनके नीचे डूब क्षेत्र में अब तक तटबंध नहीं बनाए गए हैं।