नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। इमरान के समर्थकों ने पुलिस को करारा जवाब दिया। उनके समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद लाहौर के जमान पार्क इलाके में किसी जंग के मैदान जैसा मंजर दिखा। सड़कों पर आंसू गैस के गोले, जले हुए टायर और वाहन का मलबा बिखरा पड़ा नजर आ रहा है। इस झड़प में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। खबरों के मुताबिक पुलिस ने टीयर गैस के गोले इमरान के घर में फेंके तो पूर्व पीएम मॉस्क पहनकर बाहर निकले। वो लोगों से बात करते दिखे। उधर लाहौर की एक कोर्ट ने पुलिस और इमरान खान के समर्थकों के बीच लड़ाई जैसे हालात देखकर आदेश दिया कि उनको गिरफ्तार न किया जाए। पाकिस्तान पुलिस तोशाखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद बख्तरबंद वाहनों के साथ उनके लाहौर स्थित घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। इमरान ने बुधवार को ट्वीट किया कि गिरफ्तारी’ का दावा महज नाटक है, क्योंकि असली मंशा तो अपहरण और हत्या करने की है। आंसू गैस और पानी की बौछारों के बाद उन्होंने गोलियां चलाईं। मैंने पिछली शाम एक मुचलके पर दस्तखत किया, लेकिन पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) ने इसे मानने से इनकार कर दिया। उनकी मंशा दुर्भावना भरी है, इसमें कोई संदेह नहीं है।
Narendra Singh
संपादक