सेना में चार साल के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना के विरोध में सीमांत के युवाओं का अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। युवाओं ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा जब तक अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाता वे पीछे नहीं हटेंगे।
रविवार को नगर के टकाना रामलीला मैदान स्थित धरना स्थल में युवा एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और बाद में धरने पर बैठ गए।युवाओं ने कहा सरकार ने अग्निपथ योजना शुरू कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पर्वतीय जनपदों के अधिकतर युवाओं के पास सेना ही रोजगार का एकमात्र जरिया है। सेना भर्ती की उम्मीद लिए लंबे समय से युवा तैयारी कर रहे हैं। ऐेसे में भर्ती प्रकिया जारी करना छोड़ सरकार ने अग्निपथ योजना शुरू कर युवाओं का उत्पीड़न किया है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। युवाओं ने कहा जब तक सरकार अग्निपथ योजना को वापस नहीं ले लेती और पूर्व में हुई भर्ती की लंबित लिखित परीक्षा नहीं कराती वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। वही उत्तराखंड के दूसरे इलाको में भी प्रदर्शन जारी रहेंगे. हालांकि तीनो सेनाओ के प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अग्निपथ से जुड़े सभी सवालों के जवाब के साथ लोगों के बीच फैली अफवाहों को भी दूर करने का प्रयास किया.