पिथौरागढ़ जनपद में 178 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय और इंटर कॉलेज के भवन जीर्ण-शीर्ण हालत में है। सबसे अधिक गंगोलीहाट विकासखंड के 132 स्कूल भवन जर्जर हाल में हैं जबकि जिले के विण, मूनाकोट, डीडीहाट, कनालीछीना, धारचूला, मुनस्यारी विकासखंडों के 46 विद्यालय ध्वस्त होने की कगार पर हैं। दशकों पहले बने इन भवनों के जीर्ण शीर्ण होने से हादसे का खतरा बना रहता है।
जनपद के अधिकतर विद्यालयों भवनों की लंबे समय से मरम्मत नहीं की गई है। इनमें से किसी भवन की छत की बल्लियां और तख्ते सड़-गल चुके हैं तो किसी भवन के लिंटर टूटने से बरसात में पानी कक्षों में घुसने लगता है। हालात यह हैं कि बरसात के मौसम में कक्षों में पठन-पाठन नहीं हो पाता है। जिले के कई विद्यालयों के शौचालय भी जीर्ण शीर्ण हैं। नए शौचालय भवन बनाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। सीईओ अशोक कुमार जुकरिया ने बताया कि विद्यालयों के निर्माण और मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। उनका कहना है कि यदि विद्यालयों में पुराने और निष्प्रयोज्य शौचालय होंगे तो उन्हें ध्वस्त कराया जाएगा।