मढ़ खड़ायत गांव की गंगा देवी को पति के निधन के 20 साल बाद पारिवारिक पेंशन मिली है। 80 वर्षीय गंगा देवी पति की पेंशन पाकर खुश हैं। मढ़ खड़ायत निवासी गंगा देवी के पति भगवान सिंह सिंचाई विभाग में चालक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। 22 जनवरी 2001 को उनका निधन हो गया था। इसके बाद गंगा देवी ने पारिवारिक पेंशन के भुगतान के लिए 23 जनवरी को कोषागार को पत्र भेजा, लेकिन अज्ञात कारणों से कोषागार ने पेंशन प्राधिकार को विभाग को वापस कर दिया। इससे गंगा देवी काफी हताश हो गईं कुछ समय पहले पूर्व कोषाधिकारी डीएस भंडारी के संज्ञान में यह मामला आने पर उन्होंने सूचना अधिकार का उपयोग कर पारिवारिक पेंशन का पुनर्स्थापना का प्राधिकार महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) उत्तराखंड को भेजा। जहां से मामले को सुन कोषागार पिथौरागढ़ को भुगतान के लिए अधिकृत किया गया। कोषागार पिथौरागढ़ ने गंगा देवी को एक जनवरी 2016 से भुगतान किया गया है। पारिवारिक पेंशन शुरू होने पर गंगा देवी ने डीएस भंडारी का आभार जताया। उन्होंने कोषागार के अधिकारियों से पेंशन नियमों का पालन कर एक जनवरी 2016 से पूर्व की देय और शेष राशि का भुगतान करने की मांग की है।
Narendra Singh
संपादक