देहरादून। उत्तराखण्ड के जंगल आग से धधक रहे हैं लगातार अलग-अलग जगहों पर जंगलों में आग सुलग रही है, जिससे वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है। उधर अग्निकाण्ड से जीव-जंतुओं की जान पर भी बन आ रही है। पहाड़ों पर हालात भयावह हैं यहां हर तरफ धुंआ-धुंआ नजर आ रहा है। उधर वन विभाग के लाख दावों के बावजूद जंगलों की आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है। हालात यह हैं कि पहाड़ों पर जंगलों में लगी आग आबादी के बीच भी पहुंच जा रही है जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 78 नई घटनाएं दर्ज की गईंए जिनमें करीब 113 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। इसी के साथ फायर सीजन में अब तक 799 घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें कुल 1133 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। इसमें लाखों की वन संपदा का नुकसान होने का अनुमान है। पौड़ी जिले के तहत लैंसडौन व दुगड्डा रेंजों में पिछले दस दिनों में कई जंगल आग की चपेट में आकर राख हो गए हैं। हालांकि, प्रभाग की कोटड़ी रेंज में अभी तक जंगल में आग की एक भी घटना प्रकाश में नहीं आई है। उत्तरकाशी जनपद के जंगल भी जल रहे हैं। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से लेकर टौंस वन प्रभाग के जंगल भी धू-धू कर जल रहे हैं। मंगलवार रात जिले में 10 से अधिक स्थानों पर जंगलों में आग लगी हुई थी।
Narendra Singh
संपादक