पिथौरागढ़। इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फार आर्ट दिल्ली की ओर से लोकगायिका स्व. कबूतरी देवी पर किताब लिखने की तैयारी की जा रही है। इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट दिल्ली के जनसंपदा विभाग के अध्यक्ष डॉ. के अनिल कुमार और लक्ष्मी रावत शनिवार को लंदन फोर्ट स्थित भाव राग ताल नाट्य अकादमी में पहुंचे। उन्होंने रंगकर्मी कैलाश कुमार से मुलाकात कर पिथौरागढ़ की प्रसिद्ध हिलजात्रा पात्रों के मुखौटे और स्थानीय हस्तशिल्प के बारे में जानकारी लेकर सीमांत जिले में रंगमंच को आगे बढ़ाने के लिए कैलाश को भी सराहा। इस दौरान उनके साथ काफल ट्री के सुधीर कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने स्व. कबूतरी की बेटी हेमा के गांव कुम्डार जाकर भी जानकारी जुटाई। बता दें कि स्व. कबूतरी देवी का जन्म चंपावत के लोकगायक परिवार में हुआ था। उनकी शादी पिथौरागढ़ जिले के क्वीतड़ गांव में हुई थी। वर्ष 1970 के दशक में उन्होंने आकाशवाणी के लिए सौ से अधिक पहाड़ी गीत गाए। ऑल इंडिया रेडियो के रामपुर, नजीबाबाद, लखनऊ और मुंबई के केंद्रों से इन गीतों का प्रसारण होता था। उस दौर में लाखों लोग उनके मधुर कंठ के मुरीद थे। कबूतरी का निधन सात जुलाई 2018 को हुआ था।
Narendra Singh
संपादक