धारचूला। विधायक हरीश धामी ने एक दिन का उपवास रखकर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के आपदा प्रभावितों की समस्याओं के समाधान की मांग उठाई। विधायक धामी ने सरकार से सभी प्रभावितों को मुआवजा देने और पुनर्वास करने की मांग की।
इससे पहले बृहस्पतिवार को विधायक धामी कार्यकर्ताओं और प्रभावितों के साथ तहसील परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने धरना शुरू दिया। कहा कि विधानसभा क्षेत्र का धारचूला, मुनस्यारी और बंगापानी आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। वर्ष 2017 से 2022 तक आई आपदा के प्रभावितों को अब तक समुचित मुआवजा नहीं दिया गया है। विस्थापन और पुनर्वास को लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विधायक धामी ने आरोप लगाया कि एलधारा और खोतिला के परिवारों को स्टेडियम के एक हॉल में जानवरों की तरह रखा गया है। वहां पर पीड़ित परिवार कई परेशानियों के बीच रह रहे हैं। उन्होंने नदियों के कटाव से खतरे की जद में आए गांवों और कस्बों की सुरक्षा के लिए तटबंधों का निर्माण करने की मांग उठाई।
धरने के बाद उन्होंने क्षेत्र के सभी आपदा प्रभावितों एवं खतरे की जद में आए परिवारों को जोशीमठ की तर्ज पर मुआवजा देने और सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास करने की मांग का एक पत्र मुख्यमंत्री को भेजा। इस दौरान मुकेश पंत, शकुंतला दताल, नंदा बिष्ट, ब्लॉक प्रमुख मुनस्यारी ईश्वर कोरंगा, ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमैया, दीपक जोशी, निहारिका, महिराज गर्ब्याल, नारायण दरियाल, धीरेंद्र धर्मशक्तू, रामू रोकाया, भानुप्रताप आदि मौजूद रहे।