नई दिल्ली। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने आज मंगलवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान के बाद सियासी हलकों में हलचल तेज हो गयी है। साथ ही उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का भी फैसला किया है। हालांकि उनके इस फैसले से पार्टी के नेता खुश नहीं हैं। जैसे ही शरद पवार ने इस्तीफे का ऐलान किया तो उनके समर्थक खड़े हो गए और उनसे अपना फैसला वापस लेने का आग्रह करने लगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में मेरा तीन साल का कार्यकाल बाकी है। मैं आगे चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने अपना राजनीतिक जीवन 1 मई 1960 को शुरू किया था। कल हमने मई दिवस मनाया। इतने लंबे राजनीतिक करियर के बाद कहीं रुकने के बारे में सोचना चाहिए। किसी को लालची नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आगे की रणनीति तय करने के लिए एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति बनाई जाए। उन्होंने कहा कि समिति में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, पीसी चाको, नरहरि जिरवाल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अवध, हसन मुश्रीफ, जयदेव गायकवाड़, धनंजय मुंडे और पार्टी फ्रंटल सेल के प्रमुख शामिल होंगे।