नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में आज 12वें दिन झारखंड का रेबिका हत्याकांड भी उठाया गया। झारखंड से भाजपा सांसद समीर उरांव ने इस जघन्य हत्याकांड को उठाते हुए कहा कि दिलदार 10 दिन पहले शादी कर रेबिका का धर्म परिवर्तन करना चाहता था और उसके इनकार करने पर पूरे परिवार के लोगों ने मिलकर टुकड़े-टुकड़े कर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान सदन में जमकर नारेबाजी भी हुई। भाजपा सांसद समीर उरांव ने रेबिका हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि उस क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों का वर्चस्व है और पीएफ़आई जैसे उग्रवादी संगठन के लोग एक समुदाय विशेष के लोगों का समर्थन और उन्हें प्रोत्साहन देता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग इन घटनाओं को अंजाम देने का काम कर रहे हैं। कहीं न कहीं वहां की सरकार ऐसे लोगों और इन घटनाओं को रोकने में विफल रही है। इन लोगों ने आदिवासियों से शादी कर उनकी जमीन को भी लूटने का काम किया है। समीर उरांव ने सदन में मांग उठाई कि झारखंड सरकार इन घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाने में विफल रही है इसलिए केंद्र सरकार इन मामलों में उचित कदम उठाए। साहिबगंज के बोरियो की रेबिका पहाड़ी की हत्या उसके ही पति दिलदार अंसारी ने की थी। दिलदार ने पत्नी की हत्या कर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे। रेबिका दिलदार की दूसरी पत्नी थी। बताया जा रहा है कि ये हत्या उनके निजी विवाद की वजह से की गई। दिलदार अंसारी पहले से शादीशुदा था। रेबिका की लाश दिलवार के मामा के घर से बरामद हुई थी। शव के कुछ टुकड़े अलग-अलग जगहों पर भी मिले थे।