पिथौरागढ़ के बेरीनाग में नाबालिग से विवाह करने पर पुलिस ने पति को जेल भेजा है। मामला तब खुला जब नाबालिक प्रसव कराने हल्द्वानी के एक निजी अस्तताल पहुंची। वहां प्रसव से पहले उसका आधार कार्ड मांगा गया तो उसमें वह नाबालिग निकली। अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना हल्द्वानी पुलिस को दी। वहां से मामला राजस्व विभाग को हस्तांतरित हुआ और आरोपी पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। राजस्व पुलिस ने विवेचना रेगुलर पुलिस को सौपी तो आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चचरेत बेरीनाग निवासी संजय सिंह ने डेढ़ वर्ष पूर्व अल्मोड़ा की एक नाबालिग से विवाह किया। दो माह पूर्व नाबालिग प्रसव के लिए हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल पहुंची। वहां प्रसव से पूर्व उसका आधार कार्ड मांगा गया तो उसके नाबालिग होने का पता चला। अस्पताल प्रबंधन ने जागरूकता दिखाते हुए इसकी सूचना हल्द्वानी पुलिस को दी। पुलिस की जांच में प्रसूता के नाबालिक होने का पता चला। हल्द्वानी पुलिस ने मामले को बेरीनाग राजस्व पुलिस को हस्तांतरित किया। राजस्व पुलिस ने अपनी जांच के बाद पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और विवेचना रेगुलर पुलिस को सौपी गई। जांच में सभी तथ्य सही मिलने पर पुलिस ने बीते मंगलवार को नाबालिग से विवाह करने, उसके साथ दुराचार करने के आरोप में पति को धारा 376 व पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा है। थानाध्यक्ष हेम तिवारी ने कहा आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेजा गया है।