पिथौरागढ़. उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के ग्रामीण इलाकों में गुलदार के बाद अब भालू की दस्तक से ग्रामीण दहशत में हैं. मुनस्यारी ब्लॉक के गिरगांव में भालू के दिनदहाड़े आबादी में घुसने के बाद ग्रामीणों को खौफ में डाल दिया है. यहां भालू ने ग्रामीणों की फसल को बर्बाद कर दिया. साथ ही शहद बेचकर गुजारा करने वाले ग्रामीणों के मौनपालन के बॉक्स भी तोड़ दिया, जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. भालू ने मक्के की फसल को भी पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. गांववाले इलाके में भालू देखे जाने की बात कह रहे हैं.
गिरगांव के ग्रामीण देव दुबड़िया का कहना है कि भालू के देखे जाने से सभी लोग डरे हुए हैं. यहां अभी तक जंगली सुअर ही फसलों को नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब भालू भी आबादी में आने लगे हैं. ग्रामीण भालू के द्वारा किए गए नुकसान के मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
पिथौरागढ़ के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग जंगली जानवरों से हो रहे नुकसान से काफी परेशान हैं. यह भी एक कारण है कि पहाड़ों से खेती-किसानी सिमटते जा रही है. पिथौरागढ़ मुख्यालय सहित बेरीनाग, गंगोलीहाट तहसील में गुलदार के आतंक से लोग पहले से ही सहमे हुए हैं. मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भालू के द्वारा घरों को नुकसान पहुंचाने के मामले तो देखे गए थे, लेकिन भालू के आबादी क्षेत्र में घुसकर नुकसान करने की घटना ने लोगों को हैरत में डाल दिया है.
पिथौरागढ़ के वन अधिकारी कोको रोसे को ग्रामीणों की इस समस्या के बारे में बताया तो उन्होंने गिरगांव में वन विभाग की टीम भेजने की बात कही. उन्होंने कहा कि भालू के द्वारा ग्रामीणों की फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने मानव-वन्य जीव संघर्ष अधिनियम के तहत मुआवजा देने की बात भी कही है.