गर्मी का सीजन शुरू होते ही जहां लोग गर्मी से त्रस्त हैं वहीं अग्निकाण्ड की खबरों ने लोगों के साथ ही वन विभाग और शासन-प्रशासन की चिंताए भी बढ़ा दी है। जंगलों में लगने वाली आग से निपटने के लिए शासन-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। इसी क्रम में अब फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया जंगलों में लगने वाली आग पर नजर रखने में उत्तराखण्ड वन विभाग की मदद करेगा। इसके लिए सेटेलाइट की मदद से वन कर्मियों को ऐप से वनाग्नि का अलर्ट भेजा जाएगा। जंगल में आग लगते ही विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल सूचना मिल जाएगी, जिससे समय रहते रेसक्यू शुरू करने में मदद मिलेगी। बता दें कि प्रदेश में गर्मी शुरू होने के साथ अग्निकाण्ड की खबरें भी सामने आने लगी हैं, प्रदेश में कई जगहों पर जंगलों में भी आग धधकनी शुरू हो गयी है। चंपावत की बात करें तो देवीधुरा, भिंगराड़ा, कालीकुमाऊं रेंज के जंगलों में पिछले एकसप्ताह से आग लगने की चार घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जंगलों को आग से बचाने के लिए विभागीय स्तर पर कर्मचारियों को वर्दी एवं जरूर उपकरणों के साथ मुस्तैद किया गया है। आग से निपटने के लिए जिले में एक मॉडल स्टेशन सहित 56 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। अब फारेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया भी वन विभाग को सेटेलाइट की मदद से आग लगने की त्वरित जानकारी देगा।