पिथौरागढ़। उत्तराखण्ड में जंगली जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है, आए दिन खूंकार जानवरों द्वारा लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है। अभी हाल ही हल्द्वानी से आगे जंगल में दो महिलाओं को आदमखोर तेंदुए ने मार डाला था, इससे पहले भी तेंदुए द्वारा कई लोगों को हानि पहुंचाई गयी है। वहीं अब पिथौरागढ़ में जंगली भालू ने ग्रामीणों पर हमला बोल दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गनीमत यह रही कि ग्रामीण को जान-माल का खतरा नहीं हुआ। ग्रामीण को घायल अवस्था में सीएचसी मुनस्यारी लाया गया, जहां उसका उपचार चला।
विगत दिवस रुद्र सिंह जलौनी लकड़ी लेने जंगल गए थे। इस दौरान अचानक भालू ने उनपर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से वह गंभीर रूप से चोटिल हो गए लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और भालू का डटकर मुकाबला किया। काफी देर तक संघर्ष करने के बाद वह भालू को चकमा देकर वहां से भागने में कामयाब हुए और लहूलुहान स्थिति में लकड़ी लेकर घर पहुंचे। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें स्वास्थ्य उपकेंद्र क्वीरीजिमिया पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सीएचसी मुनस्यारी रेफर कर दिया। चिलमधार तक की पांच किमी की दूरी पैदल तय कर वह वाहन से वह सीएचसी मुनस्यारी पहुंचे। यहां डॉ. परिणीति टोलिया और डॉ. शैलजा ने उनका उपचार किया। बुजुर्ग के सिर पर सात टांके लगे हैं।
Narendra Singh
संपादक