पिथौरागढ़। फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले गैंग के तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस तीनों से पूछताछ में जुटी हुई है, ऐसे में कई और बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। नौ मई को एसडीएम सदर अनुराग आर्या और प्रभारी निरीक्षक मोहन चंद्र पांडेय के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया था। इस दौरान एसडीएम ने शास्त्री बाजार में कपड़े की दुकान चलाने वाले साजिद निवासी सिकारपुर मुजफ्फर नगर (यूपी) के प्रमाणपत्रों की जांच की तो उसके जन्म प्रमाणपत्र में भाटकोट का पता लिखा हुआ था। इसे ग्राम पंचायत अधिकारी की मुहर और हस्ताक्षर से जारी किया गया था। साजिद ने फर्जी तरीके से जन्म प्रमाणपत्र बनाया था जिसके बाद एसडीएम ने कोतवाली में धारा 420/467 में केस दर्ज कराया था। जांच अधिकारी प्रियंका मौनी ने 30 मई को नामजद आरोपी साजिद को हिरासत में लेकर उसके कब्जे से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बरामद किया था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह फर्जी प्रमाणपत्र विमल उर्फ बलवंत राम निवासी निकट ग्रिफ बैंड रई और महादेव प्रसाद निवासी जाखनी के सहयोग से बनाया है। इसके बाद पुलिस ने मामले में धारा-120(बी) और धारा- 474 की बढ़ोतरी की। विवेचना के बाद बुधवार को पुलिस ने साजिद के अलावा विमल उर्फ बलवंत राम और महादेव प्रसाद को गिरफ्तार कर उसके पास से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र की छायाप्रति भी बरामद की। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है कि वे अभी तक कितने लोगों के फर्जी प्रमाणपत्र बना चुके हैं। पुलिस टीम में कांस्टेबल ध्रुव सिंह, भूपेंद्र टोलिया मौजूद रहे।