पिथौरागढ़। उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था की स्थिती बदहाल है। शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत चाहे लाख वादे कर रहे हो उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर दिखाने की लेकिन धरातल पर सच्चाई कितनी है शिक्षा व्यवस्था को लेकर इसका उदाहरण पिथौरागढ़ से सामने आया है जहा स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को विज्ञान विषय ना मिलने पर पलायन करने को मजबूर है आपको बता दें कि राजकीय इंटर काॅलेज सल्ला चिगंरी में इंटरमीडिएट में विज्ञान विषय का संचालन नहीं होने से ग्रामीण बच्चों को पढ़ाने के लिए पलायन कर रहे हैं। लंबे समय से मांग के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होने से अभिभावकों में नाराजगी है।इंटर काॅलेज में ग्राम प्रधान राकेश सिंह घटाल, धनी चंद और मनीषा देवी की उपस्थिति में हुई अभिभावकों की बैठक में प्रशासन की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए इंटरमीडिएट में विज्ञान विषय अविलंब संचालित करने की मांग उठाई गई। कहा कि विज्ञान विषय के अभाव में बच्चों की पढ़ाई के लिए लोगों को गांव से बाहर जाना पड़ रहा है। यदि यही हाल रहा तो पलायन से पूरा गांव खाली हो जाएगा। विद्यालय में सफाई कर्मचारी की तैनाती, लिपिक का स्थानांतरण करने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय से यदि किसी शिक्षक को स्थानांतरित किया जाता है तो उसके स्थान पर प्रतिस्थानी को नहीं भेजने पर आंदोलन किया जाएगा।
बैठक के बाद अभिभावकों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम रीना जोशी को ज्ञापन सौंपा। शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष भीम सिंह सौन और पूर्व अध्यक्ष सेरी चंद ने कहा कि वर्ष 2011 से आज तक दूरस्थ विद्यालय को उपेक्षित छोड़ा गया है। प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रालयों से पत्राचार के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने शीघ्र इस मामले में उचित कार्यवाही करने करने की मांग की।