नई दिल्ली। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप की वजह से अभी तक हजारों लोग मारे गए हैं, जबकि कई जगहों पर अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है। इस बीच विनाशकारी भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए दुनिया के कई देश सामने आए हैं। तुर्की और सीरिया की मदद के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ अभियान चलाया है। जहां भारतीय डॉक्टर्स दिन-रात काम कर रहे हैं जिनका आभार भी तुर्की के लोग जता रहे हैं। ट्रैफिक जाम, पानी से भरे अंडरपास, कंक्रीट और मलबे में बदली इमारतें और शून्य से नीचे के तापमान में बेघर हुए लोगों की मदद के लिए भारतीय सेना की 99-सदस्यीय चिकित्सा टीम पांच घंटे की ड्राइव के बाद दक्षिणी तुर्की के हाटे प्रांत के भूकंप प्रभावित शहर इस्केंडरुन (Iskenderun) पहुंची थी। भारत से आठ घंटे की लंबी उड़ान के बाद, सेना की 60 पैरा फील्ड अस्पताल इकाई मंगलवार को दो अलग-अलग बैचों में तुर्की में उतरी थी। टीम लगभग तुरंत ही इस्केंडरुन के लिए रवाना हो गई थी। प्रशिक्षित पैराट्रूपर्स और सैनिकों की टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती पर अधिकारी ने कहा, “मैं कहूंगा कि मौसम सबसे बड़ी चुनौती है- हमारे और वहां की आबादी दोनों के लिए। तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस के आसपास था साथ ही सर्द हवाओं की वजह से ही और भी दिक्कत हुई। शुरुआत में बिजली की कमी ने इसे और भी बदतर बना दिया, हालांकि हमारे पास एक जनरेटर भी था।” भारतीय अधिकारी ने कहा कि हम अब बिजली की आपूर्ति पाने में कामयाब हो गए हैं और पैकेज्ड पानी सभी के लिए उपलब्ध है।