नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को बिहार के भागलपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने यहां कुप्पा घाट स्थित संत महर्षि मेंही आश्रम में नवनिर्मित सतगुरु निवास का लोकार्पण किया। लोकार्पण के बाद संघ प्रमुख भागवत ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोगों को अहंकार करने से बचना चाहिए और भौतिकवाद से दूर रहना चाहिए। इस मौके पर परमहंस संतमत हरिनंदन बाबा, पटना महावीर मंदिर के ट्रस्टी अध्यक्ष आईपीएस किशोर कुणाल और आश्रम के पंकज दास भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि संतों की प्राचीन शिक्षाओं का पहले घर में अनुसरण करना चाहिए और बाद में बाहर प्रचार करना चाहिए। हमारे संतों के उपदेशों को सबसे पहले अपने दैनिक जीवन में उतारना चाहिए… यही प्राथमिकता होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत को ‘विश्व गुरु’ बनाने के लिए साधु-संतों सहित हम सभी को सामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों को हमेशा सच बोलने की सलाह दी। सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि आत्मा शाश्वत है, अमर है। आत्मा ही आंखों से सब कुछ देखती है। यही अंतिम सत्य है। भौतिक जीवन सुखी बनाना है तो सत्य पर अटल रहो। सत्य वह है जो मनुष्य के अस्तित्व को कायम रखता है। हम सबके अंदर यह गुण छिपा है। अपने आपको प्रेरित करने से ही जीवन सार्थक होगा। केवल अपना ही नहीं दूसरे का जीवन भी सार्थक होगा। तभी हम भारतवासी अक्षुण्ण रह सकेंगे। बाद में भागवत ने भागलपुर और बांका जिलों के आरएसएस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।