रक्षा मंत्रालय के उपक्रम रक्षा कृषि अनुसंधान एंव प्रयोगशाला डीआरडीओ पिथौरागढ़ ने सफेद दाग ल्यूकोडर्मा की अचूक दवाई तैयार की है।इस दवाई का अभी तक लगभग एक लाख लोग लाभ उठा चुके है।दवाई को तैयार करवाने मे पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है,उन्हीं की प्रेरणा मार्गदर्शन मे संस्थान के वैज्ञानिकों ने दवाई तैयार करने मे सफलता हासिल की है।केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बताया 62 के युद्ब के बाद पहाड़ी क्षेत्रों मे कई लैब बनाई गई, जिसमें पण्डा फार्म पिथौरागढ़ की भी लैब है।उस समय हम अपने फौजी भाईयों को रसद नहीं भेज सकते थे,सब्जियां नहीं भेज सकते थे,कई किस्म की अन्य चीजेँ नहीं भेज सकते थे।ये अपने उद्देश्य मे सफल हुए है,सबसे बड़ी बात ये है कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम अब्दुल कलाम भी यंहा आए,उन्होंने कहा कुछ ऐसा काम करिये कुछ ऐसी दवा बनाए जो किसी ने नहीं बनाई,तो ल्यूकोडर्मा सफेद दाग की जो दवा यंहा बनाई गई कई लोगों के जीवन बरबाद हो रहै थे।किसी के माता-पिता को भी सफेद दाग हो जाता था तो उनके बच्चों की भी शादी नहीं हो पाती थी उसे कोढ़ बुला जाता था पर वो कोढ़ नहीं है।कई चीजों की डिफेंसी हो जाती है शरीर मे उसके कारण सफेद दाग हो जाते है।और एक मात्र अच्छी दवा बनाई तो वो पण्डा फार्म मे बनी अभी तक एक लाख लोगों ने अभी तक दवा से फायदा लिया है।अभी हमें ढाई करोड़ रुपया रायल्टी मिली है,उसके अंदाज से लगभग एक लाख लोगों ने वो दवा खरीदी है।आँरगेनिक सब्जी पिथौरागढ़ के सींमात जिले मे ब्रोकली जैसी चीज सस्ती से सस्ती यंहा पर मिल रही है।जो कभी ढाई सौ से पाँच सौ तक फाइव स्टार मे जाती है,तमाम तरह का तेल भी निकाल रहै है।कोरोना काल मे जो लोग घरों को वापस आ गए थे फार्म की मदद से अच्छे उत्पाद उन्होंने तैयार किए है,मोदी का जो सपन आत्मनिर्भर भारत का सपना यंहा साकार होता दिख रहा है।
Narendra Singh
संपादक