पिथौरागढ़. बरसात के मौसम में बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है. इन दिनों लगातार बदलते मौसम से अस्पतालों में खांसी-बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. बरसात में सबसे ज्यादा खतरा रहता है डेंगू-मलेरिया का, जिसकी रोकथाम के लिए आसपास सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि इसके मच्छर साफ पानी में ही पैदा होते हैं. बरसात का मौसम है तो पानी आसपास जमा होना लाजमी है, ऐसे में उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू-मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों में सफाई अभियान चल रहा है, जिसमें घर-घर जाकर ग्रामीणों को डेंगू-मलेरिया जैसे रोगों से रोकथाम के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिसमें ग्रामीण भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
इस अभियान को यहां के ग्रामीण किसी उत्सव के रूप में मना रहे हैं. पहाड़ के पारंपरिक वाद्य यंत्र हुड़के की ताल पर कुमाऊंनी गीत गाकर सफाई के लिए गांव के लोगों को प्रेरित करना, इस अभियान को सबसे अलग बनाता है. जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एचएस ह्यांकी ने इस बात की जानकारी देते हुए लोगों से डेंगू-मलेरिया से रोकथाम के लिए अपने आसपास सफाई रखने की अपील की है.