07/11/2022, पिथौरागढ़: एक ओर युवा बीटेक, एमटेक, इंजीनियरिंग, बीबीए कर महानगरों में नौकरी पाने के लिए तमाम संघर्ष कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर आठगांव शिलिंग के बिमोड़ा देवदार निवासी तीन भाइयों ने बीबीए, एमबीए और इंजीनियरिंग कर खुद का चाय कारोबार शुरू किया है। उनकी चाय देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ विदेशों में भी धूम मचा रही है। जोशी बंधु चाय का हर माह दो लाख का कारोबार कर रहे हैं।
पिथौरागढ़ जिले के आठगांव शिलिंग बिमोड़ा देवदार निवासी तीन भाई सुमित जोशी, अमित जोशी और देवेश जोशी ने ‘मिस्टर हब्ज’ नाम से पिथौरागढ़ सिनेमा लाइन में अगस्त में चाय का कारोबार शुरू किया है। सुमित जोशी ने बीटेक और एमटेक कर तीन साल भारत सरकार के हर्बल प्रोजेक्ट डीबीटी में काम किया।
उनके भाई अमित जोशी ने पिथौरागढ़ महाविद्यालय से बीबीए किया है और देवेश जोशी ने मूनाकोट पॉलीटेक्निक से सिविल ट्रेड से इंजीनियरिंग की है। सुमित का कहना है कि तीनों भाइयों के मन में अपने पहाड़ और पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने की इच्छा हमेशा रही। इसलिए उन्होंने स्थानीय ब्रांड की चाय बनाकर कारोबार शुरू करने का मना बनाया।
अच्छी डिमांड मिलने से तीनों भाई उत्साहित
उन्होंने सिनेमा लाइन में कार्यालय खोलकर ‘मिस्टर हब्ज’ नाम से चाय का उत्पादन शुरू किया। उनकी चाय को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। चाय की मांग जर्मनी सहित उत्तराखंड के कई जिलों और जम्मू कश्मीर, हैदराबाद, पश्चिम बंगाल, बिहार आदि राज्यों में है। चाय की अच्छी डिमांड मिलने से तीनों भाइयों में काफी उत्साह है। उनका लक्ष्य है कि यहां के लोगों को उनके उत्पादों के अच्छे दाम दिलाकर उनकी आय में सुधार करना है।
बाजार में ये चाय उतारी
सात प्रकार की ग्रीन-टी, कैमोमाइल-टी, तीन प्रकार की मसाला-टी, जिमनेमा सिल्वेस्टर, हिबिस्कस, तुलसी, ब्लूबेरी, त्रिफला, स्टार ऐनीज, रूइबोस, शंखपुष्पी, रोडोडेंड्रोन, हल्दी और जड़ी-बूटियों से तैयार चाय।
स्थानीय स्तर पर बिक रहे रोजाना दो सौ से अधिक पैकेट
जोशी बंधु बताते हैं कि उन्होंने चाय उत्पादन के कार्य में पांच कर्मचारियों को रखा है। तीन माह में वेतन को निकालकर उन्होंने ढाई लाख तक मुनाफा कमाया है। रोजाना स्थानीय स्तर पर दो सौ से अधिक चाय के पैकेट बिक जाते हैं जबकि सौ से अधिक पैकेट बाहर भेजे जाते हैं।