पिथौरागढ़. उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में होम स्टे से जुड़कर यहां के स्थानीय युवा स्वरोजगार को अपनाने के साथ ही पर्यटकों को उचित सेवा भी दे रहे हैं, जिससे उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों के लोगों की आजीविका पर सुधार आया है और सीजन में स्थानीय लोग अच्छा रोजगार कमा रहे हैं. युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और पहाड़ के गांवों से हो रहे पलायन को थामने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा होम स्टे योजना की शुरुआत की गयी थी, जिसमें पर्यटक स्थलों में स्थानीय लोग अपने ही घरों में देश-विदेश के पर्यटकों के लिए ग्रामीण परिवेश में साफ व किफायती आवास सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं. यहां पर पर्यटकों को स्थानीय व्यंजन परोसने के साथ ही उन्हें यहां की सभ्यता व संस्कृति से भी परिचित कराया जा रहा है, जो पर्यटक खूब पसंद कर रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा होम स्टे निर्माण के लिए लोन भी दिया जा रहा है लेकिन बेरोजगार युवा इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं. युवा बेरोजगार वर्ग लोन की किश्त चुकाने के भय से इस योजना से मजबूरन काफी दूर है. यही कारण भी है कि राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे लोन का लाभ अभी तक मात्र 63 लोग ही जिले में ले पाए हैं. इनमें से ज्यादातर वह लोग हैं, जिनके पास रोजगार के अन्य साधन भी मौजूद हैं. स्वरोजगार शुरू करने की चाह रखने वाले युवाओं को इस योजना से भी हताशा ही मिल रही है.
होम स्टे योजना के आंकड़े
होम स्टे योजना की अब तक की तस्वीर देखें, तो वित्तीय वर्ष 2018-19 में प्रदेश के सभी जिलों में 965 होम स्टे पंजीकृत हुए. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा बढ़कर 3964 पहुंच गया. पर्वतीय जिलों में भी यह आंकड़ा बढ़ा है. बात करें अगर पिथौरागढ़ जिले की, तो 2021-22 में 608 लोगों ने और 2022-23 में 103 लोगों ने अपने घरों को होम स्टे में बदलने के लिए पर्यटन विभाग में पंजीकृत किया, जिसमें सबसे ज्यादा धारचूला में 423 लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं. धारचूला सीमांत जिले का उच्च हिमालयी क्षेत्र भी है, जहां की खूबसूरती का दीदार करने पर्यटक पहुंच रहे हैं. उनके रुकने की सुविधा यहां के गांवों में होम स्टे के रूप सुविधा विकसित हो रही है.
पहाड़ के लिए अच्छी योजना
होम स्टे योजना में पंजीकरण करा चुके जीवन सिंह ने इसे पहाड़ के लिए फायदेमंद बताते हुए कहा कि होम स्टे योजना युवाओं को स्वरोजगार करने में मददगार साबित हो सकती है, जिसके लिए पर्यटन विभाग से सहयोग लिया जा सकता है.